कोंकणींतलीं वैजकी पुस्तकां -वळेरी
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कोंकणींतलीं वैजकी पुस्तकां[1] ह्या वळेरीत तुमकां सगळी वैजकी संबंदीत पुस्तकांची वळेरी मेळटली.
क्र. | वर्स | पुस्तकाचें नांव | बरोवपी |
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१ | 1968 | भलायकी | डॉ. भिकाजी घाणेकार |
२ | 1993 | भुरगीं भलायकी आनी जतनाय | डॉ. अवधूत बोरकार |
३ | 199 | वैजकी कोंकणी शब्दकोश | डॉ. भिकाजी घाणेकार |
४ | 1999 | बारीक सारीक दुयेंसां | अण. डॉ. भिकाजी घाणेकार मूळ-डॉ. अनिल अग्रवाल |
५ | 1999 | तुमचें अन्न आनी तुमी | अण.नारायण देसाय मूळ-के. टी. अचय्या |
६ | कांत | डॉ. अनुपमा कुडचडकार | |
७ | 2006 | भलायकी | डॉ. वंदना धुमे |
८ | 2007 | आरोग्यं धनसंपदा | डॉ.आनंद हेळेकार |
९ | 2008 | स्टेथोस्कोप | डॉ. उमानाथ राताबोली |
१० | 2009 | आमचो दोतोर | डॉ. भिकाजी घाणेकार |
११ | 2009 | कान भेड्डेपण आनी उपाय | डॉ. दिनेश खंवटे |
१२ | 2010 | 110 वखदी वनस्पती | डॉ. अर्चना गांवकार |
१३ | 2010 | समुळ होमियोपथी उपचार | डॉ. ऊर्बा नायक |
१४ | 2010 | तुमच्या कण्याची काळजी घेयात | अण.डॉ.आनंद हेळेकार मुळ-डॉ.प्रेमानंद रामाणी |
१५ | 2011 | योगसाधना | डॉ. सिताकांत घाणेकार |
१६ | 2011 | निरामय कामजिवन | अण.नारायण कोरगांवकार मुळ-डॉ.विठ्ठल प्रभू |
१७ | 2011 | संमोहन शास्त्र आनी उपचार | मधुसूदन बोरकार |
१८ | 2012 | दातांची जतनाय | डॉ. संदीप लवंदे |
१९ | 2013 | दुयेसां आनी आयुर्वेदीक उपचार | डॉ. अर्चना गांवकार |
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२१ | Example | Example | Example |